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Admin
21 अप्रैल 20151 मिनट पठन
भारत पद यात्रा क्यों?
भारत पद यात्रा क्यों? विवेक जी भारत पद यात्रा के बारे में बात करते हुए, भारत पद यात्रा प्रकल्प किसानो से मिलने और ग्रामीण जीवन के...
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Admin
8 मई 201412 मिनट पठन
वास्तु -आध्यात्मिक विज्ञान
जब भी व्यापार और राजनीति, धर्म और विज्ञान का उपयोग करती है तो मनुष्य की भावी परिस्थितियों पर अपराध का प्रश्नावाचक चिन्ह लग जाता है। ( ये...
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Admin
16 अक्तू॰ 201311 मिनट पठन
श्रीराम कहे या पुरुषोत्तम
जीवन के इस विशाल मैदान में दो तरीके के लोगों ने आज तक जन्म लिया है, एक तो वो लोग है जिनके नामों से फिलास्फियां, दर्शन, विचार,...
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Admin
12 जून 20131 मिनट पठन
शिक्षक और गुरु
भारत ने एक ऐसी सभ्यता को जन्म दिया जिसने हर एक शब्द सोच समझकर रचे और उपयोग भी किया। शिक्षक और गुरु भी ऐसे ही शब्द हैं, एक शब्द दर्शाता...
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Admin
11 जन॰ 20131 मिनट पठन
विवेकानंद जी - राष्ट्रवाद
विवेकानंद जी ने राष्ट्रवाद की जब बात की थी, कहा था कि ऐ धर्म में जीने वाले तुम लोग प्रतिक्षण धर्म के आधार से समाज के प्रति नए नियम बनाने...
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Admin
11 जन॰ 20121 मिनट पठन
धर्म-समाज
मैं बिल्कुल विवेकानंद जी की बात से सहमत हूं कि धर्म समाज के प्रति उदासीनता नहीं है, लेकिन साथ ही साथ धर्म और आध्यात्म की बात करने वाले...
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